Monday, December 31, 2012

nav varsh 2013

 नव वर्ष की नई है बेला , एक नया आगाज़ हमें करना है

आसमां की बुलंदियों सा अव्वल , सूरज की किरणों सा उज्जवल

स्वच्छ चाँदनी सा निर्मल धवल . अपने भविष्य को करना है सबल

स्वप्नों का स्वर्णिम वर्ष है आया , अथक प्रयास हमें करना है

हर मंजिल को प्राप्त है करना , कुछ  ऐसा कार्य कर जाना है

व्यक्ति क्यों है इतना घबराता , मेहनत से है कतराता

चाहता है बहुत कुछ करना , पर कुछ कर नही है पाता

भविष्य की उपलब्धियों हेतु , सुखों का कर दिजियॆ त्याग

मान ये आखिरी अवसर,  हो जाईये तैयार

संघर्षों का डटकर कर लीजिये सामना ,

सुनहरी खुशियों से सराबोर हो जाएगा ज़माना .

कर लीजिये इतनी मेहनत , कि  सपने हो जाएँ साकार

स्वयं को जीत लो तो,  खुशियाँ मिल जाएंगी अपार

इन्ही पंक्तियों से प्रदर्शित  मेरी निर्मल भावना

नव वर्ष पर  सभी का  जीवन हो मंगलमय शुभकामना ..................CKD